Russia Ukraine war : पुतिन ने दी नाटो को चेतावनी, और इमैनुएल मैक्रों को दिया करारा जवाब..!
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को 2 साल हो गए हैं. इतना लंबा खिंचने के बाद भी इस युद्ध का कोई हल निकलने की जगह यह और गहराता जा रहा है। वर्ष 2022 से शुरू हुए इस युद्ध को रोकने के अभी तक के सारे प्रयास विफल रहे हैं। कई देश और उनके शीर्ष नेता यूक्रेन के साथ हैं तो कुछ रूस के साथ हैं। ताजे घटनाक्रम के मुताबिक, अब इस युद्ध में रूस और नेटो सदस्य के बीच सीधे टकराव की आशंका बढ़ रही है।
खबर ये हैँ कि फ्रांस सरकार ने सोमवार को यूक्रेन के लिए समर्थन जुटाने के लिए एक हाई प्रोफाइल बैठक की मेजबानी कि इस बैठक में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन के समर्थन में कहा, यूरोपीय देशों के सदस्य रूस को जीत से रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे. जिसमें यूक्रेन की जमीन परसी तैनात करना भी शामिल है.
मैक्रों के इस प्रस्ताव पर रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय यानी क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव प्रतिक्रिया दी और कहा कि अगर अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य गुट के सदस्य देश यूक्रेन में सेना भेजते हैं, तो रूस और नाटो के बीच सीधा संघर्ष होगा.
पेस्कोव ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि मैक्रों का प्रस्ताव का विरोध करने वाले यूक्रेन में नाटो के दलों को तैनात करने के संभावित जोखिमों के आकलन पर पहुंच गए हैं. पेस्कोव ने चेतावनी दी कि ये यूक्रेन में नाटो बल तैनात करने वाले देशों और उनके लोगों के हितों के खिलाफ होगा.
हालांकि बैठक में बैठने वाले सभी सदस्य मैक्रो के विचार से सहमत नहीं थे. जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ मैक्रो के विचार के खिलाफ थे. मंगलवार को पराग संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री पीटर फियाला ने भी अपने नागरिकों को यूक्रेन में लड़ने के लिए भेजने से इनकार कर दिया, हंगरी और स्लोवाकिया के भी वरिष्ठ अधिकारियों ने इसी तरह का बयान दिया.फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैनुअल मैक्रों ने कहा कि प्रस्ताव पर कोई सहमति नहीं थी लेकिन सहयोगियों ने यूक्रेन को मध्य और लंबी दूरी की मिसाइल के सप्लाई के लिए एक गठबंधन बनाने पर सहमति व्यक्त की हैं.