Terrorist Attack on Russia : मोस्को पर आतंकी हमला, अमेरिका यूक्रेन और नाटो पर शक क्यों?
मोस्को हमले को लेकर इमरजेंसी बैठक, क्रेमलिन में पुतिन की आपात बैठक. क्रेमलिन बैठक में सुरक्षा एजेंसियों के की भी मौजूद हैं. हमले को लेकर बड़ा सुराग मिलने की खबर आ रही है. हमले की जांच का अपडेट खुद ले रहे हैं पुतिन, तो मोस्को में हुए नरसंहार से पूरी दुनिया डरी हुई है. जिस हमले चर्चा हर तरफ है, उसका मास्टरमाइंड कौन है. मोस्को में आतंकी हमले की साजिश किसने रची, इसके पीछे किसका हाथ है, क्या यह रक्तपात यूक्रेन ने करवाया या इसके पीछे अमेरिका और नाटो का हाथ है.
अब हम आपको साजिश से जुड़ी दो थ्योरी बताने जा रहे हैं. वो थ्योरी हैं-जो मॉस्को के गुनहगार तक पहुंचने में मदद करेंगी.
22 मार्च को रूस में 26 11 जैसा नरसंहार हुआ, रूस की राजधानी मॉस्को में बहुत बड़ा आतंकी हमला हुआ. मॉस्को के क्रोकर सिटी मॉल में असाल्ट राइफल्स से लैस आतंकी अंदर घुसे और हॉल मे बैठी भीड़ में अंधाधुंध गोलियां चलाई.और इसी के साथ मोस्को में बहुत बड़ा कत्लेआम हो गया. जमीन पर 183 ला से बच गई.
सवाल यही है मोस्को टेररिस्ट अटैक का मास्टरमाइंड कौन है? मोस्को में यह आतंकी हमला किसने करवाया, 183 लोगों की जान की दुश्मन कौन है. क्रोकर सिटी मॉल में हमले की साजिश किसने रची? मोस्को का गुनहगार कौन है? षड्यंत्र के कितने और कौन-कौन से गुनहगार हैं? हमले की थ्योरी और उसका सच क्या है? इन सवालों का 360 डिग्री जांच पड़ताल करना जरूरी है, ताकि मॉस्को के लोगों को मौत बांटने वाले का चेहरा बेनक़ाब लग सके.
मोस्को में यह आतंकी हमला किसने करवाया इस पर एक नहीं बल्कि 2 थ्योरी है. इन 2 देशों की अपना-अपना दावा है अपनी -अपनी थ्योरी है. किसकी थ्योरी सही है किसकी थ्योरी गलत यह तभी पता चलेगा जब हम इन सभी थ्योरी का सिलसिलेवार तरीके से जांच पड़ताल करें.
थ्योरी नंबर 1 यूक्रेनी साजिश – सबसे पहले तो यही थ्योरी है मोस्को के क्रॉकर्स हाल में आतंकी हमला यूक्रेन ने करवाया. क्रेमलिन और रूसी खुफिया एजेंटीयों ने कहा है कि इस हमले के साजिश यूक्रेनी इंटेलिजेंस ने रची है. रूस का दावा है कि यूक्रेनी इंटेलिजेंस ने आतंकी हमले का प्लान बनाया और दूसरे देशों के आतंकियों को हमले के लिए रूस में भेजो. इन्हीं आतंकियों ने क्रॉकस सिटी हॉल में कत्ल मचाया. क्रेमलिन यूक्रेन को कत्लेआम का कसूरवार मान रहा है. लेकिन यूक्रेन ने बयान जारी कर बताया है इस हमले से यूक्रेन का कोई लेना देना नहीं है.
थ्योरी नंबर 2 US NATO की साजिश- दूसरी थ्योरी के तहत दावा किया जा रहा है कि मोस्को में हमले के पीछे अमेरिका और नाटो का हाथ है. रूसी सुरक्षा एजेंसियों को अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी CIA पर शक हैं. रूस का आरोप है कि CIA ने हमला करने वालों कि हर तरह से मदद की हैं. CIA पर शक और गहरा गया जब CIA के पूर्व अधिकारी लेर्री जॉनसन ने हमले को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया. लेरी जॉनसन ने कहा है, अमेरिका को हमले की जानकारी पहले से ही थी. 8 मार्च को अमेरिका एजेंसी ने रूसी एजेंसी को पहले ही अलर्ट किया था. जिसमें कहा गया था कि रूस में किसी भीड़ भाड़ वाले जगह पर हमला हो सकते हैं और ठीक वैसे ही हमला हुआ. अमेरिका पर शक उसे वक्त और गहरा गया जब उसने हमले के तुरंत बाद यूक्रेन को क्लीन चिट दे दी. अमेरिका ने कहा मोस्को हमले के पीछे यूक्रेन का हाथ नहीं है. अमेरिका का इस पर बयान आया तो रूस ने इस आधार पर अमेरिका को घेर लिया. रूस ने अमेरिका से पूछा है कि अमेरिका को कैसे पता कि हमारा यूक्रेन ने नहीं करवाया हैं. क्या अमेरिका को पहले से ही पता था, यूक्रेन ने अगर हमला नहीं करवाया तो अमेरिका के पास इसका सबूत क्या है. अगर सबूत है तो अमेरिका रूस को सौपे. क्रेमलिन ने यह भी कहा कि अगर हमला यूक्रेन ने नहीं करवाया तो इस बात का संभावना यह भी है, इस साजिश के पीछे अमेरिका और नाटो का हाथ है. रूसी सुरक्षा एजेंसी के रिटायर्ड अधिकारी ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन के खुफिया एजेंसी को पहले से ही इस हमले के बारे में पता था. अमेरिका आरोपी के भवर में फंसा तो व्हाइट हाउस को सफाई देने पड़ी. व्हाइट हाउस ने कहा कि इस हमले में अमेरिका का कोई हाथ नहीं है. पिछले हफ्ते यूक्रेन अमेरिका नाटो के देशों से पुतिन को धमकी मिल रही थी की बहुत जल्द रस को सरप्राइज मिलने वाला है. अमेरिका की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया लूलीन ने कीव जाकर कहा कि रूस को बहुत बड़ा झटका मिलने वाला है. इन्हीं बयानों के बाद मोस्को में सरप्राइज आतंकी हमला हुआ. यही वजह है कि यूक्रेन नाटो अमेरिका को इस हमले के पीछे का साजिशकर्ता बता रहा है. देखना यह होगा कि इन सब सारे सवालों का जवाब पुतिन कैसे देते हैं. क्योंकि दुनिया जानती है पुतिन अपने दुश्मन को ऐसे हि नहीं छोड़ते हैं. बहुत जल्द पुतिन इस हमले के पीछे का साजिशकर्ता का पहचान करेंगे. पुतिन ने कहा है जो भी इस हमले के पीछे और जिसने भी इस हमले की साजिश रची उसे बख्शा नहीं जाएगा.