अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस… गुआम में चीन के दुश्मनों का ‘एलीफेंट वॉक’ देखें
अमेरिका और चीन के बीच दु्श्मनी बढ़ती जा रही है। इस बीच अमेरिका ने अपने मित्र देशों के साथ मिलकर गुआम एयरफोर्स बेस पर एलीफेंट वॉक किया है। माना जा रहा है कि इस एलीफेंट वॉक का मकसद चीन को अपनी ताकत का अहसास कराना है। गुआम को चीन के खिलाफ अमेरिका का सबसे प्रभावी मिलिट्री बेस माना जाता है।
अमेरिका का 4 देशों के साथ एलीफेंट वॉक
अमेरिका ने गुआम एयरफोर्स बेस पर ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस के साथ एलीफेंट वॉक का आयोजन किया है। इस वॉक में इन चार देशों के 30 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। इस एलीफेंट वॉक का प्रमुख उद्देश्य क्षेत्र में आक्रामक गतिविधियों में शामिल चीन को अपनी ताकत का अहसास करना माना जा रहा है।
एलीफेंट वॉक में कौन-कौन शामिल हुआ
गुआम एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित एलीफेंट वॉक में अमेरिकी वायु सेना, मरीन और नौसेना, रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना, जापान एयर सेल्फ-डिफेंस फोर्स, फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल और कोरिया गणराज्य वायु सेना के विमानों ने हिस्सा लिया।
एलीफेंट वॉक में कितने लड़ाकू विमान शामिल हुए
अमेरिका, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया के इस एलीफेंट वॉक में कुल मिलाकर 33 लड़ाकू विमान शामिल हुए। इस एलीफेंट वॉक का आयोजन 5 फरवरी को किया गया था।
एलीफेंट वॉक पर क्या बोला अमेरिका
अमेरिका ने गुआम के एंडरसन एफरफोर्स बेस पर एलीफेंट वॉक के आयोजन पर कहा कि इसने हमारे मित्र देशों के साथ मिलकर काम करने की क्षमता को बढ़ाया है। एक अमेरिकी कमांडर ने इसे अद्भुत और हैरान करने वाला बताया।
क्या होता है एलीफेंट वॉक
एलीफेंट वॉक द्वितीय विश्व युद्ध के समय की एक युद्ध कला है। उस समय दुश्मन देशों पर बमबारी के लिए एक साथ बड़ी संख्या में लड़ाकू विमानों और बॉम्बर्स को टेक ऑफ करवाया जाता था।
एलीफेंट वॉक कैसे मिला नाम
यह टेकऑफ किसी हाथी की झुंड के समान दिखता है, जिसमें विमान हाथी की नाक से पूंछ तक की आकृति में रनवे पर तैनात किए जाते हैं। इसमें बड़े ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, लड़ाकू विमान, मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, अटैक हेलीकॉप्टर, ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर शामिल होते हैं।