चीन के पास एटमी हथियारों और हाइपरसोनिक जैसे मिसाइलों का सबसे बड़ा जखीरा, अमेरिका के भी उड़ी नींद…

चीन के पास एटमी हथियारों और हाइपरसोनिक जैसे मिसाइलों का सबसे बड़ा जखीरा, अमेरिका के भी उड़ी नींद…

चीन के पास एटमी हथियारों और हाइपरसोनिक जैसे मिसाइलों का सबसे बड़ा जखीरा, अमेरिका के भी उड़ी नींद…

चीन अपनी सेना को लगातार मॉडर्न करने पर ध्यान दे रहा है, और उस पे काम भी जोरों से कर रहा हैं और वहीं अपने मिसाइल और एटमी हथियारों का जखीरा भी तेज़ी से बढ़ा रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक सामने आया कि , मई 2023 तक चीन के पास लगभग 500 से अधिक एटमी हथियार मौजूद थे. चीन साल 2030 तक 1,000 एटमी हथियार बनाने की उम्मीद भी कर रहा हैं.
बिजिंग: चीन के पास अभी हाइपरसोनिक जैसे मिसाइलों का दुनिया में सबसे बड़ा जखीरा तैयार हो गया है. वाशिंगटन टाइम्स ने एक वरिष्ठ अमेरिका के खुफिया विश्लेषक के ये हवाले से कहा गया है कि, चीन अब हाइपरसोनिक मिसाइलों में दुनिया के सबसे बड़ा शस्त्रागार का दावा करता है, जो परमाणु और पारंपरिक हथियारों दोनों के साथ अमेरिकी लक्ष्यों को मार सकता है. चीन की बढ़ती ताकत को लेकर उन्होंने अमेरिका को चेताया है. रूस को लेकर रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस ने तीन प्रकार के अल्ट्रा-हाई-स्पीड हथियार यूक्रेन में तैनात किए हैं, जो एटमी या पारंपरिक हथियार से लैस हो सकते हैं. साथ में ही यूक्रेन में वहाँ के लोगों के खिलाफ लड़ाई में पहला हाइपरसोनिक हथियार किया गया हैं.
वाशिंगटन टाइम्स के मुताबिक, इस दावे के बाद कहा जा रहा है कि आधुनिक हथियारों की दौड़ के एक महत्वपूर्ण पहलू में अमेरिका अपने दो सबसे शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वियों, रूस और चीन से पीछे रह गया है। चीन और रूस की दोहरे उपयोग वाली उन्नत मिसाइलों पर रिपोर्ट के बावजूद पेंटागन के अधिकारियों ने हाउस पैनल की रणनीतिक बल उपसमिति को बताया है कि अमेरिका की अपनी नियोजित भविष्य की हाइपरसोनिक मिसाइलों को एटमी हथियार से लैस करने की कोई योजना नहीं है. ऐसे में अधिकारियों का मानना है कि ऐसे हथियार जो रणनीतिक रूप से बिलकुल अस्थिर साबित होंगे.

 

बेहद खतरनाक हैं चीन की ये मिसाइलें

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह भी सामने आया है कि पेंटागन को एडवांस हाई स्पीड वाली मिसाइलों को बनाने में और तैनात करने में चीन और रूस जैसे देशों को टक्कर देने के लिए अभी तक संघर्ष करना पड़ रहा है, जो मैक 5 या ध्वनि की गति से पांच गुना तेज गति से यात्रा करती हैं। डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के नेशनल एयर एंड स्पेस इंटेलिजेंस सेंटर के एक खुफिया विश्लेषक जेफरी मैककॉर्मिक ने कहा कि चीन ने पिछले दो दशकों में अमेरिका के खिलाफ परमाणु और पारंपरिक स्ट्राइक सिस्टम दोनों के लिए बहोत हि तेजी से हाइपरसोनिक मिसाइलों का टेस्ट और निर्माण किया है और अब दुनिया में अग्रणी है.
मैक कॉर्मिक ने कहा है कि बीजिंग की सबसे घातक हाइपरसोनिक मिसाइल DF 17 है, जिसे 2020 में तैनात किया गया था। ये जो कम से कम 994 मील की यात्रा कर सकती है। ये इसे पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य बेस और बेड़े की संपत्ति तक पहुंचने में सक्षम बनाती है। जो निश्चित ही अमेरिका के लिए चिंता बढ़ाने वाला है.

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