Elvis Yadav Arrest : एल्विस यादव को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा.
Rave Party Case: एल्विश यादव (Elvish Yadav) से नोएडा पुलिस (Noida Police) ने पहले भी बहोत लंबी पूछताछ की गई थी. Elvis yadav पर वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज किया गया था. Elvis yadav के साँपो के मामले पर उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा था कि जो कोई भी व्यक्ति हो, वो कानून से ऊपर नहीं हो सकता है, और इस प्रकरण में कानून के अनुसार जो भी कार्रवाई होगी यूपी पुलिस के तरफ से की जाएगी.
आखिर एलविश यादव की गिरफ्तारी की नौबत क्यों आई. आखिर वह कौन है जिसकी वजह से एल्विस यादव गिरफ्तार हुआ. वह शख्स है गौरव, जो गाजियाबाद में रहता है, और मेनका गांधी के एनजीओ में काम करता है. दरअसल गौरव ने देखा एल्विस यादव अपने कई वीडियो सूट में सांपों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उसके बाद गौरव ने अपना नाम बदलकर एल्विस यादव को फोन किया, और सांपों के बारे में जानना चाहा और आगे कहा कि उन्हें सांप चाहिए.
इसके बाद एल्विस यादव ने एक राहुल नाम के शख्स का नंबर दिया और फिर राहुल ने गौरव से फोन पर बात की और इसकी रिकॉर्डिंग भी है. बात करने के बाद गौरव ने राहुल से कहा कि उन्हें सांपों की जहर और सांपों की जरूरत है पार्टी में इसका इस्तेमाल होना है. इसके बाद राहुल ने कुछ सपेरे से कांटेक्ट की जो दिल्ली के मोलरबंद के रहने वाले थे, और पांच सांप 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर 51 में एक बैंकट हॉल में पहुंची. वहां पर सांपों का जहर का सैंपल भी लेकर आए थे इसके बाद गौरव ने इसकी जानकारी पुलिस को दी, और फिर पुलिस ने वहां पर छापेमारी की जिसमें पांच सपेरे पकड़े गए और 9 सांप साथ में थे. जिसमें कुछ कोबरा सांप भी थे और सांपों के जहर भी छापेमारी के दौरान पकड़ा गया था. नोएडा पुलिस ने पूरे मामले में एफआईआर दर्ज की, और जो आरोपी है उनसे पूछताछ में भी एल्विस यादव का नाम सामने आया. इसके बाद एल्विस यादव को नोएडा पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया आज भी पुलिस ने एल्विस यादव को पूछताछ के लिए बुलाया और फिर अदालत ने 15 दिन के लिए एलविश यादव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.