लोकसभा चुनाव 2024: भाजपा ने किसी को नहीं छोड़ा, अकाली दल से गठबंधन पर अमित शाह ने और क्या कहा

लोकसभा चुनाव 2024: भाजपा ने किसी को नहीं छोड़ा, अकाली दल से गठबंधन पर अमित शाह ने और क्या कहा

लोकसभा चुनाव 2024: भाजपा ने किसी को नहीं छोड़ा, अकाली दल से गठबंधन पर अमित शाह ने और क्या कहा

पंजाब में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच गठबंधन पर अभी बात नहीं बनी है। भाजपा नेता अकेले चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। पार्टी की सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी भी चल रही है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में शिअद के साथ संभावित गठबंधन पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

विस्तार

पंजाब में भाजपा-शिअद के बीच फिर से गठबंधन की सभी अटकलों पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान यह कहकर लगभग विराम लगा दिया है कि अभी पंजाब में कुछ तय नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आज तक अपने किसी भी साथी को जाने के लिए नहीं कहा है। शिअद अगर भाजपा से जुड़ना चाहता है तो उस पर विचार किया जाएगा। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि अभी पंजाब में भाजपा और शिअद गठबंधन इंडिया एलायंस के शुरुआती चरण की तरह बीच मझधार में है।
अमित शाह ने इस इंटरव्यू में बीजेपी गठजोड़ पर कहा कि देश में एक प्रकार से आइडियोलॉजी के अनुसार सभी पार्टियां अपना पॉलिटिकल निर्णय करें, लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। बीजेपी अपने एजेंडा, अपने प्रोग्राम और आइडियोलॉजी के अनुसार अपनी जगह स्थिर है। कई साथी आते हैं, चले जाते हैं।
वहीं, पंजाब में भाजपा के प्रभारी विजय रूपाणी ने पंजाब में भाजपा-शिअद गठबंधन पर कहा कि यह फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लेगा। भाजपा पंजाब की 13 और चंडीगढ़ की एक सीट पर अकेले लड़ने की तैयारी कर रही है। गठबंधन को लेकर पार्टी हाईकमान जो तय करेगी, उसके आधार पर आगे कदम उठाए जाएंगे।

हमने अपनी राय दे दी है, बाकी फैसला पार्टी हाईकमान का: जाखड़

पंजाब भाजपा के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि अकाली दल से गठबंधन को लेकर हमने प्रदेश इकाई की ओर से अपनी राय भेज दी है। बाकी गठबंधन को लेकर पार्टी हाईकमान फैसला करेगी। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की तर्ज पर ही पंजाब भाजपा में भी कई वरिष्ठ नेता ऐसे हैं, जो प्रदेश में शिअद-भाजपा का गठबंधन नहीं चाहते हैं।
पार्टी हाईकमान को इन वरिष्ठ नेताओं ने गठबंधन को लेकर इन्कार किया है। भाजपा के 20 से अधिक नेताओं का यह कहना है कि इससे भाजपा को पंजाब में नुकसान होगा। शिअद से गठबंधन के कारण भाजपा पंजाब में उभर नहीं पा रही है। इसका सीधा फायदा अकाली को होता है। पंजाब के लोग भाजपा की नीतियों और नेताओं से जमीनी स्तर पर नहीं जुड़ पाते!

16 को दिल्ली में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक

16 फरवरी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है। 17 व 18 फरवरी को नेशनल काउंसिल की बैठक है। अभी तक यह कयास लगाए जा रहे थे कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले पंजाब में भाजपा-अकाली के गठबंधन की घोषणा हो जाएगी।

भाजपा की भी पंजाब और चंडीगढ़ की कुल 14 सीटों पर तैयारी

पंजाब और चंडीगढ़ के भाजपा के प्रभारी विजय रूपाणी ने पंजाब में भाजपा-अकाली गठबंधन पर कहा कि यह फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लेगा। भाजपा पंजाब की 13 और चंडीगढ़ की एक कुल 14 लोकसभा सीटों की तैयारी कर रही है। गठबंधन को लेकर पार्टी हाईकमान जो तय करेगा, उसके आधार पर आगे कदम उठाए जाएंगे।

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