चीन के इशारे पर यूं ही नहीं नाच रहे मालदीव के राष्ट्रपति, भारत से हर रिश्ता ‘तोड़ने’ की तैयारी में मुइज्जू, जानें प्लान
मालदीव अपनी बहुत सी जरूरतों के लिए भारत पर निर्भर है। रिश्तों में तनाव के बाद चीन की मदद से मालदीव पर्यटन, व्यापार और स्वास्थ्य सेवा में भारत पर निर्भरता कम करने की योजना बना रहा है। पर्यटन में इसका सीधा असर बीते महीने में दिखा भी है। मालदीव में भारतीय पर्यटकों की संख्या में आई मामूली कमी की भरपाई चीन ने की है।
माले: इस साल जनवरी में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा पर मालदीव के नेताओं के कुछ विवादास्पद ट्वीट के बाद देशों के बीच राजनयिक विवाद पैदा हो गया था। इस विवाद के बाद भारत में सोशल यूजर्स ने मालदीव की यात्रा के बहिष्कार करने का आह्वान किया गया। ये मालदीव की अर्थव्यवस्था की रीढ़ पर्यटन उद्योग को कमजोर करने की कोशिश थी। एक तरफ भारतीयों ने मालदीव की यात्रा करने से हाथ खींचे तो दूसरी ओर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीन के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए। मुइज्जू ने चीन पहुंचकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और चीनी पर्यटकों से बड़ी संख्या में उनके देश का दौरा करने की अपील की। ऐसे में डाटा दिखाता है कि एक तरफ भारत से रिश्तों में तनाव की वजह से मालदीव जाने वाले भारतीयों की संख्या घटी है तो मालदीव पहुंच रहे चीनियों की संख्या बढ़ी है।
साल 2023 और 2024 के पहले 35 दिनों में मालदीव का दौरा करने वाले पर्यटकों की संख्या का चार्च देखें तो पता चलता है कि मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में मामूली गिरावट आई है लेकिन चीनी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। इस अवधि में मालदीव का दौरा करने वाले भारतीयों की संख्या 21,460 से गिरकर 16,895 हो गई। हालांकि इस गिरावट के लिए पूरी तरह से बहिष्कार के आह्वान को ही जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। इसकी कई अन्य वजह भी रहीं। भारत के अलावा रूसी पर्यटकों की संख्या भी इस अवधि में 26,305 से घटकर 22,577 हो गई। मालदीव पर भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट का उसके पर्यटकों की कुल संख्या पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। अगर 2023 और 2024 के पहले 35 दिनों की तुलना की जाए तो मालदीव में पर्यटकों की संख्या 1,97,252 से बढ़कर 2,22,502 हो गई। इसकी वजह चीनी पर्यटकों की संख्या 6,563 से बढ़कर 25,303 हो जाना रहा।
मालदीव से इलाज के लिए आने वालों की संख्या भी घटी
मालदीव और भारत के रिश्ते में तनाव का असर पर्यटन उद्योग के अलावा दूसरे क्षेत्रों पर भी दिखा है। आमतौर पर मालदीव से 20,000 से 40,000 मेडिकल पर्यटक सालाना इलाज के लिए भारत आते रहे हैं। इस साल 13 जनवरी को चीन से लौटने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने ऐलान किया कि स्वास्थ्य बीमा योजना में उनकी सरकार “चुनिंदा देशों पर निर्भरता कम करने” के लिए यूएई और थाईलैंड की यात्राओं को भी कवर करेगी। साथ ही मुइज्जू ने चीन की सहायता से 100 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाने की भी घोषणा की।