Punjab: श्री हजूर साहिब प्रबंधक बोर्ड में संशोधन का विरोध, SGPC ने लिखा पत्र, शिअद ने की फैसले की निंदा
श्री हजूर साहिब प्रबंधक बोर्ड में संशोधन का विरोध होने लगा है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी), श्री अकाल तख्त साहिब और अकाली दल ने महाराष्ट्र सरकार के फैसले की निंदा की। इन्होंने फैसले को सिखों के धार्मिक मामलों में सीधा हस्ताक्षेप करार दिया। एसजीपीसी प्रधान ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को इस मामले में एक पत्र लिखा है।
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तख्त श्री हजूर साहिब नांदेड़ गुरुद्वारा मैनेजमेंट बोर्ड में सिख संगठनों के सदस्यों की संख्या कम करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने एतराज जताया। एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की यह कार्रवाई बहुत दुखद और निंदनीय है। इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है। साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए मुलाकात का समय मांगा है।
एडवोकेट धामी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट ने तख्त श्री हजूर साहिब प्रबंधक बोर्ड अधिनियम में मनमाना संशोधन सिख गुरुद्वारा व्यवस्थाओं में सीधा हस्तक्षेप है। नांदेड़ गुरुद्वारा बोर्ड में सिख संगठनों के सदस्यों के प्रतिनिधित्व का उद्देश्य तख्त साहिब और संबंधित सिख गुरुधामों की गरिमा को ध्यान में रखते हुए पारदर्शी और धार्मिक तरीके से बोर्ड के कामकाज को सुनिश्चित करना है।
धामी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का गुरुद्वारा बोर्ड में सरकार द्वारा मनोनीत सदस्यों की संख्या बढ़ाने और सिख संगठनों के सदस्यों की संख्या कम करने का निर्णय सीधे तौर पर सिख गुरुधामों पर कब्जा करने की कार्रवाई है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। धामी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से सिख गुरुधामों के प्रबंधन में बढ़ते सरकारी हस्तक्षेप और श्री हजूर साहिब गुरुद्वारा बोर्ड अधिनियम 1956 के उल्लंघन को तुरंत रोकने की अपील की है।
महाराष्ट्र सरकार की धक्केशाही नहीं करेंगे सहन: ज्ञानी रघबीर सिंह
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की ओर से तख्त श्री हजूर साहिब नांदेड़ प्रबंधन बोर्ड के अधिनियम में मनमाने ढंग से संशोधन किया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नामित सदस्यों की संख्या कम कर दी गई है। महाराष्ट्र सरकार की इस धक्केशाही को सहन नहीं किया जाएगा।