Ukraine Russia War: ज़ेलेस्की की सऊदी अरब क्राउन  प्रिंस से गुहार, नाटो देश हुए नाकाम..!

Ukraine Russia War: ज़ेलेस्की की सऊदी अरब क्राउन  प्रिंस से गुहार, नाटो देश हुए नाकाम..!

Ukraine Russia War: ज़ेलेस्की की सऊदी अरब क्राउन  प्रिंस से गुहार, नाटो देश हुए नाकाम..!

Ukraine Russia War: यूक्रेन-रूस जंग को दो साल हो गए हैं, इन दो सालों में मध्यसता के सभी कोशिशें नाकाम रही हैं. अब यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सऊदी क्राउन प्रिंस से गुहार लगाई है. मोहम्मद बिन सलमान ने यूक्रेन और रूस के संकट के बीच खुद को एक संभावित मध्यस्थ के रूप में पेश किया है.
 यूक्रेन और रूस के जंग तीसरे साल के दौर में पहुंच चुकी है,जंग की शुरुआत में लग रहा था कुछ दिनों में यह जंग रूस आसानी से जीत जाएगा.लेकिन ऐसा नहीं हुआ यूक्रेन को विश्व की बड़ी ताकतों का साथ मिला और रूस के ताकत के सामने यूक्रेन 3 साल से लड़ रहा है.कहीं देश इस जंग को रोकने के लिए पहले ही कोशिश कर चुके हैं. कीव और मास्को की सीजफायर लेकर कई चरणों में बात हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.
 अब यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान यानी एमबीएस का रुख किया है. खबरों के मुताबिक ज़ेलेंस्की ने सीजफायर और जंगी कैदियों को लेकर सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बातचीत कि, ज़ेलेंस्की वेबसाइट पर जारी बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने संघर्ष को खत्म करने को लेकर चर्चा की है, साथी बताया है सऊदी अरब नेतृत्व जंग का समाधान तलाशने में कोशिश कर सकता है.
ज़ेलेंस्की ने मध्यस्थता कराने कि एमबीएस की भूमिका के लिए उनका धन्यवाद किया है. ज़ेलेंस्की यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब कीव कि सेना को पूर्वी यूक्रेन में धीरे – धीरे पीछे धकेला जा रहा हैं. रूस अपनी बड़ी सेना और आधुनिक हाथयारों कि वजह से जंग में लगातार बढ़त बनाई हुई हैं. यूरोपीय यूनियन और अमेरिका का साथ होने के बाद भी यूक्रेन की आर्मी टिक नहीं रही हैं.
 जंग की शुरुआत से ही यूक्रेन को नाटो देशों से बड़ी उम्मीद थी लेकिन अभी तक इन देशों ने यूक्रेन की जमीन पर अपनी सुना नहीं भेजी है, हालांकि हाल में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेनी रुसी संकट पर एक हाई प्रोफाइल बैठक स्थापित किये थे, मीटिंग में इमैनुएल मैक्रों ने सैनिकों को यूक्रेन की जमीन पर भेजनें कि पेशकश रखी थी, लेकिन इस पर फैसला नहीं लिया गया कई देशों ने इस पेशकस को मान्य नहीं दिया.सऊदी अरब और रूस के बीच अच्छे रिश्ते रहे हैं. किंगडम की प्रेस एजेंसी में कहा गया कि एमबीएस ने यूक्रेन और रूस की जंगी संकट में निपटारे की मदद से सभी अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के लिए सऊदी के समर्थन की पुष्टि की हैं. इस दौरे के बाद ज़ेलेंस्की ने लिखा कि कीव को रुसी आक्रमण को ख़त्म करने के लिए सऊदी अरब पर भरोसा हैं. हाल के सालो में ईरान हुती के साथ शांति समझौता के साथ साथ दुनिया भर में अन्य संकटों में भी खुद को एक नेता के तौर पर पेश किया हैं.
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